वास्तु शास्त्र में भोजन बनाने से लेकर उसको ग्रहण करने तक के नियमों को बताया गया है। इन नियमों का पालन करने पर लाभ मिलता है।
हिंदू धर्म में मां अन्नपूर्णा को का विशेष महत्व है। मां अन्नपूर्णा को अन्न की देवी कहा जाता है, इसलिए अन्न की बर्बादी करने पर मां अन्नपूर्णा नाराज भी होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस घर का किचन साफ-सुथरा होता है उस घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार भोजन बनाने से पहले स्नान जरूर कर लें। बिना स्नान करें भूलकर भी भोजन को नहीं बनाना चाहिए।
भोजन बनाने के बाद सबसे पहले अपने इष्ट देव को भोग लगाएं उसके बाद फिर परिवार के साथ बैठकर खाना खाएं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार भोजन को भूलकर भी गलत दिशा में बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए। भोजन को पश्चिम दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए।
रात को आमतौर पर लोग खाने के बाद बर्तन को धोते नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए वरना मां अन्नपूर्णा और लक्ष्मी दोनों नाराज हो सकती है।