माघ पूर्णिमा से छत्तीसगढ़ की प्रयाग नगरी कहे जाने वाले राजिम में माघी पुन्नी मेला शुरू हो रहा है।
पैरी, सोंढूर और महानदी, तीन नदियों के संगम स्थल राजिम त्रिवेणी संगम पर राजिम पुन्नी मेला आयोजित होता है।
त्रिवेणी संगम के तट पर भगवान विष्णु के अवतार भगवान राजीवलोचन विराजमान हैं और लोमश ऋषि का आश्रम विद्यमान है।
त्रिवेणी संगम के बीचों-बीच महादेव कुलेश्वरनाथ के रूप में स्थापित है, जिनके दर्शन के लिए सालभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
हर वर्ष माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक छत्तीसगढ़ की प्रयाग नगरी राजिम में पुन्नी मेला आयोजित होता है।
2001 से राजिम मेले को राजीव लोचन महोत्सव के रूप में मनाया जाता था।