प्रत्येक वर्ष फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रंगभरी एकादशी कहा जाता है।
रंगभरी एकादशी का संबंध भगवान शिव को रंग चढ़ाने से होता है। इस दिन शिव-पार्वती की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।
भारतीय हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 02 मार्च 2023 से शुरू होगी, जो 03 मार्च 2023 को समाप्त होगी।
रंगभरी एकादशी वाले दिन भ्रदा सुबह 06 बजकर 45 मिनट से लग रही है, जो कि सुबह 09 बजकर 11 मिनट तक रहेगी।
इस साल रंगभरी एकादशी पर सौभाग्य योग प्रात:काल से लेकर शाम 06 बजकर 45 मिनट तक रहेगा।
भगवान शिव की नगरी काशी में रंगभरी एकादशी के दिन प्रात:काल में बाबा विश्वनाथ की पूजा होती है, उनका विशेष अभिषेक किया जाता है।
इस दिन भगवान शिव को रंग विशेषकर लाल गुलाल चढ़ाया जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव यानि बाबा विश्वनाथ माता पार्वती का गौना कराकर रंगभरी एकादशी के दिन पहली बार काशी लेकर आए थे।
तब शिव गणों और भक्तों ने उन दोनों का स्वागत गुलाल से किया था। ऐसी ही आध्यात्मिक खबरों से जुड़े रहने के लिए विजिट करें naidunia.com