मई-जून की गर्मी में सभी का हाल बेहाल हो जाता है। ये सेहत के लिए काफी नुकसानदेह भी होती है।
कई लोगों को कुछ ज्यादा ही गर्मी लगती है और वो जल्द परेशान हो जाते हैं। आइये इसकी वजह जानते हैं।
वैसे हमारा शरीर खुद ही शरीर के तापमान को कंट्रोल करता है। लेकिन कुछ परिस्थितियों में शरीर को अधिक गर्मी लगती है।
जब हमारे शरीर में ब्लड फ्लो अधिक होने लगता है, तो इससे अतिरिक्त ऊर्जा उत्पन्न होती है और अधिक गर्मी लगती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब हम स्ट्रेस में रहते हैं, तो ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम एक्टिव हो जाते हैं।
ऐसी स्थिति में शरीर के मुख्य अंगों में ब्लड तेजी से सर्कुलेट होने लगता है, और आपको अधिक गर्मी लगने लगती है।
अगर आप अधिक तेल-मसाले वाली चीजों का सेवन करते हैं, तो इससे भी हार्ट गति बढ़ जाती है, जिससे गर्मी और पसीना आता है।
इसके अलावा शरीर में चर्बी होना, धूम्रपान, शराब, तेल वाली चीजों आदि का सेवन करना भी शरीर की गर्मी बढ़ाने में मदद करता है।
एनीमिया, हार्ट डिजीज या हाइपोथायरायडिज्म से ग्रसित मरीजों को भी काफी ज्यादा तापमान महसूस होता है और पसीना आता है।