ज्योतिष में सूर्यदेव को सभी नौ ग्रहों का स्वामी माना जाता है। कुंडली में इसकी स्थिति का प्रभाव जातक पर सकारात्मक और नकारात्मक रूप में पड़ता है।
अगर कुंडली में सूर्यदेव की स्थिति कमजोर है तो आपको जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सूर्यदेव का सीधा संबंध बीमारियों से भी होता है।
अगर किसी जातक की कुंडली में सूर्य कमजोर है तो उसे बाल झड़ने से लेकर कई गंभीर बीमारी हो सकती है। इतना ही नहीं, मांसपेशियों के दर्द से जुड़ी बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
यदि कुंडली में सूर्य मजबूत होता है तो आपको कोई भी बीमारी छू नहीं पाती है। आइए जान लेते हैं कि सूर्य को मजबूत करने के लिए क्या उपाय अपनाने चाहिए।
कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए आप तांत्रिक मंत्र ‘ऊँ ह्रां हृीं हृौं सः सूर्याय नम’ का जाप रोजाना कर सकते हैं।
कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए आप तांत्रिक मंत्र ‘ऊँ ह्रां हृीं हृौं सः सूर्याय नम’ का जाप रोजाना कर सकते हैं।
सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए दान करना भी फायदेमंद होता है। इसके लिए आप गेहूं, दूध, घी, सोना, तांबा इत्यादि का दान कर सकते हैं।
कुंडली में सूर्यदेव की स्थिति को मजबूत करने के लिए माणिक्य धारण करना भी सही होता है। रविवार के दिन माणिक्य को धारण करना बेहद शुभ माना जाता है।
व्रत करने से भी सूर्यदेव को प्रसन्न किया जा सकता है। इसके लिए ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष के पहले रविवार से लेकर हर रविवार तक 12 व्रत करें।