सनातन धर्म में पूजा पाठ का विशेष स्थान है और इसके लिए कई तरह के नियम बनाए गए हैं। पूजा करने के लिए मन और तन दोनों शुद्ध होने चाहिए।
पूजा के दौरान देवी देवताओं की असीम अनुकंपा पाने के लिए लोग फूल भी चढ़ाते हैं। बता दें कि पूजा में चढ़ाए जाने वाले फूलों के लिए भी नियम बनाए गए हैं।
हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए फूलों को नहाने से पहले नहीं तोड़ना चाहिए। यह कदापि शुभ नहीं माना जाता है।
वायु पुराण में यह बताया गया है कि भगवान की पूजा में चढ़ाए जाने वाले फूल को तोड़ने के बाद धोना नहीं चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है।
मान्यता ऐसी है कि नहाने के बाद तोड़े गए फूल फूलों से पूजा करने के बाद भगवान उसे स्वीकार नहीं करते हैं। क्योंकि फूल उसके बाद अशुभ हो जाता है।
मान्यता ऐसी है कि नहाने के बाद तोड़े गए फूल फूलों से पूजा करने के बाद भगवान उसे स्वीकार नहीं करते हैं। क्योंकि फूल उसके बाद अशुभ हो जाता है।
सुबह के समय पूजा के लिए फूलों को तोड़ना शुभ माना जाता है। लेकिन गलती से भी यह काम शाम को नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे दोष लगता है।
कभी भी लोगों को आधी रात में फूलों को नहीं तोड़ना चाहिए। यदि आप भी यह गलती करते हैं तो सावधान हो जाएं। यह शुभ नहीं माना गया है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।