हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को पवित्र माना जाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति तमाम तरह की परेशानियों का सामना आसानी से कर सकता है।
धार्मिक ग्रंथों की मानें तो भगवान शिव एक बार साधना में लीन थे। तपस्या के बाद उन्होंने अपनी आंखें खोली तो भक्तों को कष्ट में पाया। यह देखकर महादेव की आंखों से अश्रु छलक कर धरती पर गिर गए।
माना जाता है कि भोलेनाथ के आंसुओं से रुद्राक्ष वृक्ष का जन्म हुआ है। इसी वजह से इस वृक्ष को पवित्र माना जाता है और रुद्राक्ष को धारण किया जाता है।
रुद्राक्ष पहनने से अनेक फायदे मिलते हैं। नकारात्मक ऊर्जा से खुद का बचाव करने के लिए भी रुद्राक्ष की माला को धारण किया जाता है।
रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति का बचाव कई तरह की शारीरिक बीमारियों से भी होता है। इतना ही नहीं, रुद्राक्ष की वजह से व्यक्ति का स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहता है।
शायद आपको भी पता होगा कि रुद्राक्ष की माला में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि भीगे हुए रुद्राक्ष का पानी पीने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
जिन लोगों का कंट्रोल मस्तिष्क पर होता है उन्हें मजबूत माना जाता है। रुद्राक्ष की माला धारण करने वाले व्यक्ति का दिमाग भी शांत रहता है।
रुद्राक्ष की माला धारण करने से व्यक्ति की एक चीज पर फोकस करने की क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है। एकाग्रता में सुधार होने से व्यक्ति का मन भी स्थिर हो जाता है।
वर्तमान समय में ज्यादातर लोगों को मन के अशांत रहने की समस्या का सामना करना पड़ता है। रुद्राक्ष की माला पहनने से मन को शांत रखने में भी मदद मिलती है।