हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है और इस दिन भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है। आइए जानते हैं कि निर्जला एकादशी व्रत में जल ग्रहण करने के नियम क्या है-
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 06 जून को देर रात 02 बजकर 15 मिनट से शुरू होगी। इसलिए 06 जून को ही निर्जला एकादशी मनाई जाएगी।
निर्जला एकादशी के दिन व्रत के दौरान अन्न और जल ग्रहण नहीं किया जाता है। इस व्रत में जल का त्याग किया जाता है और व्रत का पारण करने के बाद ही जल ग्रहण किया जाता है।
निर्जला एकादशी व्रत में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। बल्कि सेंधा नमक खा सकते हैं, वैसे इस दिन सात्विक भोजन करना चाहिए।
निर्जला एकादशी के दिन जल का त्याग करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और इससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
निर्जला एकादशी निर्जला व्रत रखने से जीवन की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है और इससे शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।
निर्जला एकादशी व्रत में जल ग्रहण करने के नियम ये हैं। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM