ऐसा कहा जाता है कि सुबह के समय दौड़ लगाने या टहलने की आदत शरीर के लिए फायदेमंद होती है। इसकी मदद से बॉडी के सभी पार्ट्स अच्छे से काम कर पाते हैं।
कुछ लोगों का मानना होता है कि खाली पेट दौड़ना बेहतर होता है। हालांकि, कुछ लोग इसके खिलाफ होते हैं। आइए जान लेते हैं कि कैसे दौड़ना सही होता है।
बीमारी में न दौड़े हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप किसी बीमारी का सामना कर रहे हैं तो खाली पेट दौड़ने से बचना चाहिए। खाली पेट दौड़ने है या नहीं ये बात पूरी तरह से आपकी बॉडी पर डिपेंड करती है।
ऐसा माना जाता है कि खाली पेट दौड़ने से शरीर की एनर्जी जल्दी खत्म हो जाती है। ऐसे में शरीर फैट को एनर्जी में बदलता है, लेकिन ज्यादा समय तक शरीर ऐसा नहीं कर पाता है।
खाली पेट दौड़ने से मांसपेशियों में कमजोरी आने की परेशानी भी शुरू हो सकती है। मांसपेशियों से जुड़ी बीमारी से बचने के लिए आपको खाली पेट दौड़ने से बचना चाहिए।
दौड़ लगाते समय शरीर में ग्लूकोज का लेवल कम होने लगता है। इसकी वजह से मांसपेशियों में ऐंठन और थकान की परेशानी बढ़ जाती है। इसके अलावा, चोट लगने का खतरा भी बना रहता है।
अगर आप बिन खाए और पिएं दौड़ लगाएंगे तो फैट तेजी से बर्न हो जाता है। इसके कारण तेज भूख और प्यास लगती है। कुछ न खाने पर आपको चक्कर भी आ सकते हैं।
अगर आप रनिंग करते हैं तो अपनी डाइट का पूरा ध्यान रखें। दौड़ लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि बॉडी पर ज्यादा लोड न आएं।