Sankashta Chaturthi 2023 : विघ्न दूर करने के लिए रखें संकष्ट चतुर्थी व्रत


By Dheeraj Bajpai2023-05-08, 09:08 ISTnaidunia.com

चतुर्थी तिथि के स्वामी ‪भगवान गणेश‬जी

चतुर्थी तिथि के स्वामी ‪भगवान गणेश‬जी हैं। परेशानी के दौर से गुजर रहेे हैं तो विघ्न दूर करने के लिए संकष्ट चतुर्थी व्रत रखें।

अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें

चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें : ऊं गं गणपते नमः । ऊं सोमाय नमः ।

प्रत्येक मास में होती हैं दो चतुर्थी

पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।

गणपतिजी को प्रणाम करके करें प्रार्थना

कृष्ण पक्ष की चतुर्थी (मतलब पुर्णिमा के बाद की चतुर्थी ) आती है | उस दिन सुबह छः मंत्र बोलते हुये गणपतिजी को प्रणाम करें कि हमारे घर में ये बार-बार कष्ट और समस्याएं आ रही हैं वो नष्ट हों |

ऊं सुमुखाय नम:

सुंदर मुख वाले; हमारे मुख पर भी सच्ची भक्ति प्रदान सुंदरता रहे।

ऊं दुर्मुखाय नम:

मतलब भक्त को जब कोई आसुरी प्रवृत्ति वाला सताता है तो… भैरव देख दुष्ट घबराए।

ऊं मोदाय नम:

मुदित रहने वाले, प्रसन्न रहने वाले। उनका सुमिरन करने वाले भी प्रसन्न हो जायें ।

ऊं प्रमोदाय नम:

प्रमोदाय; दूसरों को भी आनंदित करते हैं । भक्त भी प्रमोदी होता है और अभक्त प्रमादी होता है आलसी ।

नई नई टिप्स पढ़ने के लिये कीजिए फालो

हर रोज नई नई टिप्स पढ़ने के लिये naidunia.com को फालो कीजिए।

ये घरेलू उपाय टूटते झड़ते बालों को देते हैं मजबूती