आयुर्वेद में कई ऐसी औषधियां तैयार की जाती है जो आपकी शरीर की गंभीर परेशानियों के खिलाफ भी काफी असरदार होते है। आइए जानते है सेहुंड के पत्तों के स्वास्थ्य लाभ के बारे में।
सेहुंड का पत्ता शरीर की कई गंभीर बीमारियों के खिलाफ बेहद फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में इस पौधे के पत्तों के उपयोग से कई औषधियां तैयार की जाती है।
सेहुंड के पौधे को अलग-अलग राज्यों में विभिन्न नामों से जाना जाता है। हिंदी में सेहुंड के पौधे को तिधारा सेंहुण और तिधारा थूहर के नाम से भी जाना जाता है।
कान दर्द में भी सेहुंड के पत्तों से बनी औषधि काम में आ सकती है। सेहुंड के पत्तों रस निकालकर कानों में डालने से दर्द में आराम मिलता है।
गैस, बदहजमी, पेट में कीड़े लगने आदि की परेशानी से भी निपटने में सेहुंड का पत्त काफी असरदार माना जाता है। आयुर्वेद के हिसाब से पेट में कीड़े होने पर सेहुंड की जड़ को हींग के साथ पीसकर पेट पर बांधना चाहिए।
तिधारा की जड़ के रस का सेवन करने से गैस और बदहजमी जैसी परेशानियों में भी राहत पाई जा सकती है। गैस व अपच की समस्या में भी तिधार का रस काफी फायदेमंद होता है।
दांत में दर्द होने पर तिधारा के दूध का प्रयोग करना चाहिए। इसके घरेलू उपाय को करने से दांत के दर्द में जल्द राहत मिलती है।
अस्थमा संबंधी बीमारियों के खिलाफ भी सेहुंड काफी फायदेमंद माना जाता है। अस्थमा को ठीक करने के लिए सेहुंड के उपयोग से पहले आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।