मंगल क्रोध और हिंसा का कारण ग्रहण है। शनि दुख और दरिद्रता देता है। जब दोनों ग्रह छठे और आठवें भाव में होते हैं तो षडाष्टक योग बनता है।
षडाष्टक योग 4 राशियों में अगले दो महीने के लिए संकट काल लाएगा। इन लोगों को दुख, रोग, चिंता और दुर्भाग्य का सामना करना पड़ सकता है।
कर्क राशिवालों को सावधान रहेगा। संपत्ति को लेकर विवाद हो सकता है। निवेश करने में सावधानी बरतें। स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें।
सिंह राशि के जातकों के जीवन में षडाष्टक योग तनाव और परेशानियां ला सकता है। कार्यस्थल में राजनीति का शिकार हो सकते हैं।
कुंभ राशि के जातकों के लिए षडाष्टक योग परेशानी खड़ी कर सकता है। इस दौरान तनाव बढ़ेगा। दापंत्य जीवन में गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं।
धनु राशिवालों के खर्चे बढ़ सकते हैं। मानसिक रूप से परेशान रहेंगे। पार्टनर के साथ अनबन हो सकती है।