ज्योतिष शास्त्र में देवताओं के गुरु बृहस्पति और शनि ग्रह को महत्वपूर्ण माना जाता है। कुंडली में इन दोनों ग्रहों की स्थिति मजबूत होने पर व्यक्ति को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है।
गुरु ग्रह धीमी गति से गोचर करते हैं। साल 2025 में बृहस्पति वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में विराजमान हो जाएंगे, जिसके प्रभाव से कुछ शुभ योग का निर्माण होगा।
न्याय के देवता माने जाने वाले शनि ग्रह भी साल 2025 में गोचर करेंगे। शनिदेव अपनी राशि कुंभ से निकलकर मीन राशि में विराजमान हो जाएंगे।
गुरु और शनि का गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए फायदेमंद साबित होगा। इस अवधि के दौरान आपको जीवन में सफलता के कई नए अवसर प्राप्त होंगे।
इस राशि वालों के लिए भी गुरु और शनि का गोचर लाभदायक रहने वाला है। इस समय आपको भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा।
बृहस्पति और शनिदेव का गोचर वृषभ राशि के जातकों के लिए फायदेमंद साबित होगा। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि आपको संतान की तरफ से कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है।
उपरोक्त 3 राशि के जातकों को आकस्मिक धन की प्राप्ति भी हो सकती है। इतना ही नहीं, आपकी आय के स्रोत में भी वृद्धि होगी।
यहां दी गई जानकारी सामान्य और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं। हमारी तरफ से उपरोक्त सूचना की पुष्टि नहीं की जा रही है।
यहां हमने जाना कि गुरु और शनि के गोचर का लाभ किन राशि के जातकों को मिलेगा। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ