भगवान शनि कर्म के दाता हैं। वे कर्म के अनुसार फल देते हैं। शनि का जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को हुआ था।
19 मई, शुक्रवार को शनि जयंती है। पूजा और उपाय करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
अगर कुंडली में दोष हो तो उससे होने वाले कष्टों, आर्थिक और मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
अमावस्या तिथि का आरंभ 18 मई को रात 9.42 बजे से हो रहा है, जो 19 मई रात 9.22 मिनट तक रहेगा। उदयतिथि के अनुसार शनि जयंती 19 मई को मनाई जाएगी।
शनि जयंती के दिन 30 साल बाद शनि अपनी मूल त्रिकोण कुंभ राशि में आ गए हैं। इसके अलावा कृतिका नक्षत्र भी है।
आइए जानते हैं इस साल शनि जयंती किन राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी हो सकती है।
वृष राशि वालों के लिए शनि जयंती फायदेमंद साबित हो सकती है। मानसिक तंदुरूस्ती आपको जीवन में प्रगति करने में मदद कर सकती है।
आपको मेहनत का दोगुना फल मिलेगा। आपके माध्यम से किसी जरूरतमंद की मदद करने के संकेत मिल रहे हैं।
कर्क राशि के जातकों पर शनिदेव मेहरबान हो सकते हैं। यह करियर में उन्नति का समय रहेगा। आपके पुराने निवेशों से भी धन का आगमन होगा।
30 साल में पहली बार जयंती के दिन शनि अपनी ही राशि कुंभ में रहेगा। आप जितना परिश्रम करेंगे, उससे अधिक फल मिलेगा।
मकर राशि वालों को नेतृत्व के अवसर मिल सकते हैं। संचार कौशल में सुधार करने से आपको पुरस्कार भी मिल सकता है।