Shanishchari Amavasya: शनिश्चरी अमावस्या पर शनि रहेंगे मूल त्रिकोण राशि कुंभ में


By Anil Tomar15, Jan 2023 01:32 PMnaidunia.com

कब से कब तक रहेगी शनिश्चरी

मौनी अमावस्या तिथि का आरंभ 21 जनवरी शनिवार सुबह 6:17 से प्रारंभ होकर 22 जनवरी तड़के 2:22 तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार मौनी शनिचरी अमावस्या है।

30 साल में बन रहा है संयोग

30 साल बाद बन रहा है संयोग, शनिश्चरी अमावस्या पर शनि रहेंगे कुंभ राशि में। बन रहे हैं खप्पर योग, चतुर ग्रही योग, षडाष्टक योग और समसप्तक योग।

ये योग व नक्षत्र भी रहेंगे

मौनी शनिचरी अमावस्या शनिवार के दिन पड़ रही है। इस दिन अमावस्या तिथि पर पूर्वा अषाढ़ नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग , हर्षण योग, ब्रज योग, चतुर पाद करण योग भी बन रहा है।

शनिदेव को चढ़ाएं सरसों का तेल

शनिश्चरी अमावस्या पर शनिदेव की प्रतिमा पर सरसों के तेल का अभिषेक करें। इससे शनिदेव प्रशन्न होते है। इस दौरान शनिदेव के मंत्र का जाप भी करें। इससे शनि की कृपा होती है।

शनि को प्रशन्न करने करें दान

शनिश्चरी अमावस्या पर ऊनी गरम कपड़ों और फलों का दान करें। दान करने से शनिदेव प्रशन्न होते हैं। इसलिए इस शनिश्चरी अमावस्या पर दान अवश्यक करें।

पितरों के लिए करें पूजा

शनिश्चरी अमावस्या पर पितरों की शांति के लिए पूजा अर्चना करें। शनिश्चरी अमावस्या के दिन पितरों के लिए पूजा करने से वे प्रशन्न होते है और शनि की कृपा भी मिलती है।

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