हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बेहद शुभ माना जाता है। 1 वर्ष में कुल 12 एकादशी पड़ती है। आइए जानते है षटतिला एकादशी व्रत पर परेशानियों से मुक्ति के लिए क्या उपाय करना चाहिए?
माघ माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को षटतिला एकादशी कहा जाता है। 6 फरवरी के दिन यानी आज यह व्रत मनाया जा रहा है। इस दिन उपवास रखने के दौरान कई उपाय करने चाहिए।
एकादशी तिथि के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा करें। पूजा के दौरान ईश्वर को पीला फूल, पंचामृत, गोपी चंदन, काला तिल और पंजीरी अर्पित करें।
भगवान विष्णु को हर एकादशी यह चीजें अर्पित करने से वह बेहद प्रसन्न होते है। षटतिला एकादशी व्रत की पूजा राहु काल के समय करनी चाहिए। पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
षटतिला एकादशी व्रत के दिन सुबह नहाने के पानी में गंगाजल और तिल मिलाएं। इस जल से स्नान के बाद भगवान विष्णु के मंदिर जाएं और विधि अनुसार पूजा करें।
मंदिर में विधिवत पूजा के बाद वहां से निकलते समय गरीबों को भोजन कराएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पूजा में चावल शामिल न हो।
ज्योतिष के अनुसार, षटतिला एकादशी पर पितरों का तर्पण करना चाहिए। मान्यता अनुसार, ऐसा करने बेहद शुभ माना जाता है।
षटतिला एकादशी के दिन तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। साथ ही, पितृदोष से भी मुक्ति मिलती है। एकादशी की एक रात पहले चावल नहीं खाना चाहिए।