हिंदू धर्म में शिवलिंग का खास महत्व होता है। शिवलिंग की पूजा करने को लेकर कई नियम बनाए गए है। आइए जानते है शिवलिंग की पूजा में महिलाओं को किन नियमों का पालन करना चाहिए?
शिव जी को प्रसन्न करना बेहद आसान होता है। शिवलिंग की पूजा करने का भी हिंदू धर्म में खास महत्व बताया गया है, शिवलिंग पर दूध, बेलपत्र आदि चढ़ाना भी बेहद शुभ माना जाता है।
नंदी जी की बैठने की मुद्रा को नंदी मुद्रा कहते है। इस मुद्रा में पहली और आखिरी उंगली को सीधा रखा जाता है। वहीं बीच की 2 उंगलियों को अंगूठे के साथ जोड़ा जाता है।
नंदी मुद्रा में भगवान शंकर की पूजा करने से शिव जी बेहद प्रसन्न होते है। इस मुद्रा में पूजा करने से सभी बाधाएं दूर होती है। इसी मुद्रा महिलाओं को पूजा करनी चाहिए।
श्री शिवाय नम:।। श्री शंकराय नम:।। श्री महेश्वराय नम:।। श्री सांबसदाशिवाय नम:।। श्री रुद्राय नम:।। ओम पार्वतीपतये नम:।। ओम नमो नीलकण्ठाय नम:।।
शिव जी के गायत्री मंत्र का जाप करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं। ।। ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात ।। का जाप करें।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।, उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से भोले बाबा सभी कष्ट दूर करते है।
शिवलिंग का अभिषेक करते समय जल चढ़ाने मात्र से भी काफी फायदा पहुंचता है। साथ ही, पूजा करते समय महिलाएं सनंदी मुद्र की अवस्था में बैठे। इस अवस्था में बैठकर मांगी गई हर मुराद शिव जी पूर्ण करते है।