अपनी राशि के अनुरूप करें शिव आराधना, पूरी होगी मनचाही इच्छा
By Dheeraj Bajpai2023-05-17, 10:33 ISTnaidunia.com
मेष
जल में गुड़, गन्ने का रस अथवा शहद मिलाकर अभिषेक करें। लाल चंदन से शिवलिंग पर तिलक करें और लाल चंदन से यथासंभव बेलपत्र पर ॐ नमः शिवाय लिखकर बेलपत्र शिव को अर्पित करें।
वृष
गाय के दूध, दही से अभिषेक करें। चावल, सफेद चंदन, सफेद आक, सफेद वस्त्र और चमेली के फूल चढ़ाएं। महामृत्युंजय मंत्र का जप करें। वेदपाठी 11 ब्राह्मणों को रूद्राक्ष माला दान करें।
मिथुन
गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें। भगवान शिव को बेल पत्र शमी पत्र के अलावा साबुत हरे मूंग, भांग, दूर्वा और कुश अर्पित करें। 11 शिव चालीसा शिव मंदिर में चढ़ाएं।
कर्क
दूध, दही और देसी घी से अभिषेक करें और सफेद चंंदन से तिलक लगाकर साबुत अक्षत, सफेद गुलाब का फूल और शंखपुष्पी चढ़ाएं।
सिंह
जल में गुड़, लाल चंदन और शहद डाल कर अभिषेक करें। लाल पुष्प, लाल चंदन का तिलक भगवान शिव को लगाएं। गुड़ और चावल की खीर बांटें।
कन्या
गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें। भोलेनाथ को पान बेल पत्र, धतूरा, भांग एवं दुर्वा चढ़ाएं। शिव पुराण की कथा का वाचन करें या सुनें।
तुला
चमेली का तेल, दही, ईत्र, घी, दूध से अभिषेक करें। सफेद चंदन का तिलक लगाएं, सफेद वस्त्र दान करें मिश्री और खीर चढ़ाएं व दान करें।
वृश्चिक
जल में गुड़, लाल चंदन और शहद मिलाकर और पंचामृत से अभिषेक करें। केसर एवं लाल पुष्प भगवान शिव को अर्पित करें, लाल हलवे का भोग लगाएं।
धनु
दूध में केसर, हल्दी एवं शहद मिलाकर अभिषेक करें। केसर,पीले चंंदन का तिलक लगा पीले गेंदे के फूलों की माला अर्पित करें। पीले रंग के वस्त्र दान करें। शिव पंचाक्षर स्त्रोत का पाठ करें।
मकर
जल में दूध या गेहूं मिला कर शिव को अर्पित करें। तिल के तेल नीले पुष्प भोले नाथ को चढ़ाएं, शिव मंदिर में नीले वस्त्र दान करें।
कुंभ
नारियल के पानी या तिल के तेल से रुद्राभिषेक करें। शमी वृक्ष के पुष्प भगवान शिव को अर्पित करें। शिवाष्टक का पाठ करें।
मीन
केसर मिले जल से जलाभिषेक, पंचामृत, दही, दूध और पीले पुष्प से पूजा करें। ॐ नमः शिवाय का जाप व शिव चालीसा का पाठ करें।
...इसलिए करते हैं कुल देव की पूजा, न करने से होती है यह हानि