सावन का पर्व आज से शुरु हो चुका है। इस सावन में कुछ गलतियां करने से अशुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। इसलिए भूलकर भी इस सावन में कोई भी गलती करने से बचना होगा। आइए जानते हैं कि सावन में रात के समय शिवलिंग पर जल चढ़ाने से क्या होता है-
सावन के दिनों में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर शाम के समय जल अर्पित करना अशुभ माना जाता है। शिवलिंग पर सुबह 5 बजे से 11 बजे के बीच जल अर्पित करना शुभ होता है।
जब भी शिव जी का जलाभिषेक करें तो जल में अन्य कोई भी सामग्री न मिलाएं। ऐसा करने से लोगों को पूर्ण फल की प्राप्ति नहीं होती है और इससे शिव जी नाराज होते हैं।
अगर किसी कारण से शाम के समय में शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं, तो बैठकर करें। कभी-भी खड़े होकर दल अर्पित नहीं किया जाता है। इससे किसी प्रकार की मनोकामना पूर्ण नहीं होती है।
शिवलिंग पर कभी भी शाम के समय में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। ऐसा माना जाता हैं कि इस दौरान शिवलिंग पर जल चढ़ाने से कोई लाभ नहीं मिलता है।
सावन में शिवलिंग पर शाम के समय जल चढ़ाने से जीवन में कई काम में बाधा आती है। इससे कई कार्य में असफलता मिलती है और शिव जी की कृपा भी प्राप्त नहीं होती है।
सावन में शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही, भगवान शिव भी प्रसन्न होकर अपने भक्तों की सारी मनोकामना को पूर्ण करते हैं।
सावन में रात के समय शिवलिंग पर जल चढ़ाना अशुभ होता है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM