पूरी 23 नवम 2023 को 5 माह के चातुर्मास की अवधि पूरी होने जा रही है। इसी दिन श्री हरि फिर योग निद्रा से भी बाहर आ जाएंगे।
इसी के साथ ही बीते 5 महीने से बंद पड़ी शहनाई एक बार फिर गूंज उठेगी। इसी के साथ दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने की घड़ी भी खत्म हो जाएगी।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, 23 से लेकर 30 नवंबर 2023 तक यानी कुल 8 दिन विवाह के 6 शुभ मुहूर्त बनने जा रहे हैं।
वहीं, 16 दिसंबर 2023 से 14 जनवरी 2024 तक धनु के सूर्य खरमास में विवाह पूरी तरह से बंद रहेंगे। हिंदू धर्म में विवाह एक महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है।
सनातन धर्म में किसी भी जातक का विवाह कुंडली मिलान तय कर किया जाता है। ज्योतिष में यह मान्यता है कि कुंडली में सही मिलान से वर वधु को सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
सनातन धर्म में किसी भी जातक का विवाह कुंडली मिलान तय कर किया जाता है। ज्योतिष में यह मान्यता है कि कुंडली में सही मिलान से वर वधु को सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
हिंदू पंचांग के मुताबिक कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी।
इस वर्ष 24 नवंबर को तुलसी विवाह होगा। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 22 नवंबर को 11:03 मिनट बजे शुरू होगा।
नवंबर में विवाह के मुहूर्त- 23, 24, 25, 27, 28, 29 को है। वहीं दिसंबर में 5, 6, 7, 8, 9, 11, 15 को विवाह के शुभ योग बनने जा रहे हैं।