शुक्र देव 12 मार्च को प्रातः 8.13 मिनट पर मेष राशि में प्रवेश करने वाले हैं।
जीवनसाथी से संबंध मधुर रहेंगे। व्यक्तित्व आकर्षक बनेगा। मान-सम्मान बढ़ेगा।
आप लग्जरी सामान खरीद सकते हैं। परिजनों और मित्रों का पूरा सहयोग मिलेगा। कोर्ट-कचहरी का मामला आपके पक्ष में रहेगा।
शुक्र का गोचर लाभदायक रहेगा। ससुराल पक्ष से संबंध मजबूत होंगे। आय के स्त्रोत में वृद्धि होगी।
तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं। गुरु और माता-पिता का आशीर्वाद बना रहेगा। आध्यात्मिक कार्यों में रूचि रहेगी।
शुक्र का गोचर कला के क्षेत्र में काम करने वालों के लिए नए अवसर लेकर आएगा। भाई-बहनों का सहयोग और प्यार मिलेगा।
हर शुक्रवार को व्रत रखें। यह शुक्र के शुभ फलों की प्राप्ति देगा।
रोजाना गाय को रोटी और हरा चारा अवश्य खिलाएं।
देवी लक्ष्मी को धन और ऐश्वर्य देने वाली देवी माना गया है। अतः मां के प्रसन्न होने से शुक्र देव शुभ फल देते है।
सफेद रंग शुक्र का कारक है। इस रंग का उपयोग कर आप शुक्र को आकर्षित कर सकते हैं।
सफेद चीजों का दान करने से शुक्र देव प्रसन्न होते हैं।
शुक्रवार को 108 बार ऊँ शुं शुक्राय नमः का जाप करें।
शुक्र जातक के वैवाहिक जीवन को सुखी बनाता है। यह दांपत्य जीवन में प्रेम को बढ़ाता है।
शुक्र के मजबूत होने पर व्यक्ति को भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। व्यक्ति साहित्य व कला में रूचि लेता है।
पीड़ित शुक्र के कारण जातक के वैवाहिक जीवन में परेशानियां आती है। पति-पत्नी के बीच झगड़े होते हैं।
कुंडली में शुक्र कमजोर होने पर जातक को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक कष्टों का सामना करना पड़ता है।
शुक्र के कमजोर होने से व्यक्ति की कामुक शक्ति कम हो जाती है। किडनी से संबंधित बीमारी का खतरा रहता है।