धार्मिक मान्यताओं की वजह से भी भारत के लोग रोजाना नहाते हैं। गर्मियों के दिनों में तो नहाने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती है, लेकिन ठंड के दिनों में लोग रोजाना नहाने से कतराते हैं।
ज्यादातर लोगों को मानना होता है कि रोजाना स्नान करने से शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। विज्ञान का पक्ष है कि रोजाना नहाना भी शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
सर्दी का सीजन शुरू होते ही कुछ लोग नहाना बंद कर देते हैं। शायद आपको हैरानी होगी, लेकिन सर्दियों में रोजाना नहाने की आदत शरीर को कई नुकसान पहुंचाती है।
साइंस की मानें तो रोजाना नहाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। स्किन एक्सपर्ट्स का मानना है कि ठंड में रोजाना नहीं नहाना एक अच्छा फैसला होता है।
सर्दियों में रोजाना नहाने से नाखूनों को नुकसान हो सकता है। ठंड में नहाने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से नाखूनों की चमक और नमी चली जाती है।
सर्दी में नियमित नहाने का बुरा असर स्किन पर भी पड़ता है। गर्म पानी का प्रयोग करने से त्वचा रूखी हो जाती है। इससे बचने के लिए रोजाना नहाने से बचना ही सही होगा।
ज्यादातर लोग नहाते समय एंटीबैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, लोग इस बात से अनजान होते हैं कि ऐसा करने से शरीर के अच्छे बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं।
आपके मन में भी सवाल आ रहा होगा कि हफ्ते में कितना नहाना सही होता है। ऐसा माना जाता है कि सर्दियों के दिनों में हफ्ते में 3 बार नहाना भी काफी होता है।