बीपी, डायबिटिज जैसी कई बीमारियां हैं जो शरीर में विटामिन डी की कमी के कारण होती है। ऐसे कई संकेत हैं जो शरीर में इसकी कमी बताते हैं।
यदि आपको लगातार थकान होती है और उससे उबरने में काफी परेशानी होती है तो यह शरीर में विटामिन डी की गहरी कमी के संकेत हैं।
समय पर सोने के बावजूद पर्याप्त नींद नहीं होना भी विटामिन डी की कमी के संकेत होते हैं। शरीर से निकलने वाला मेलाटोनीन हार्मोन नींद को प्रभावित करता है।
शोध में पाया गया है कि विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी व दर्द होता है। इससे कैल्शियम को सोखती है और इसका जोड़ों पर असर पड़ता है।
हालांकि अभी तक विटामिन डी का अवसाद के बीच कोई संबंध साबित नहीं हुआ है, लेकिन शोध बताते हैं कि यह मानसिक विकार, बर्नआउट और मौसमी भावात्मक विकार को बढ़ाता है।
विटामिन डी की कमी के कारण बालों के झड़ने की समस्या और उनकी बढ़ने की क्षमता को रोक सकती है। इसके कारण एलोपेकिया बीमारी हो सकती है, जिसमें सिर और शरीर के पूरे बाल झड़ जाते हैं।
विटामिन डी मजबूत मांसपेशियों और विकास के लिए जरूरी है और साथ ही मांसपेशियों को सिकुड़ने से रोक सकता है। विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों की कार्यक्षमता पर भी असर पड़ता है।
यदि आपकी आंखों के नीचे काले धब्बे बन रहे हैं और आपकी त्वचा मोटी या नर्म नहीं है तो विटामिन डी की कमी हो सकती है। सुबह धूप में निकलना शुरू करें।
यदि आपको अचानक भूख लगना कम हो गई हो तो यह विटामिन डी की कमी के लक्षण हो सकते हैं।