डिप्रेशन आज के दौर में ऐसी चीज हैं जो सबसे ज्यादा सुनने को मिलने लग गई हैं। ऐसे में क्या आपको पता हैं कि एक मुस्कुराता हुआ इंसान भी डिप्रेशन का शिकार हो सकता हैं। आइए जानते हैं।
डिप्रेशन एक ऐसी अवस्था होती हैं जिसमें इंसान खुद को अकेला महसूस करने लगता हैं और अंदर ही अंदर दुखी रहने लगता हैं। लेकिन स्माइलिंग डिप्रेशन इससे अलग होता हैं।
आमतौर पर यह माना जाता हैं कि अवसाद में डूबा हुआ इंसान अकेले में रोता हैं, चिल्लाता हैं, चीखता हैं। परंतु मुस्कुराते हुए चेहरे को देखकर ये अंदाजा लगा पाना मुश्किल हैं कि वो डिप्रेशन में हैं।
स्माइलिंग डिप्रेशन में बाहर से मुस्कुराता दिख रहा इंसान अंदर से काफी उदास और परेशान होता हैं। लेकिन अंदर समंदर भरे हुए वह मुस्कुराता और खिलखिलाता हुआ ही नजर आता हैं।
इस प्रकार के अवसाद की वजह दिमाग में सेरोटोनिन नामक कैमिकल के मात्रा में कमी के चलते होता हैं। इससे स्माइलिंग डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति खुद को बाकियों से कम योग्य समझने लगता हैं।
स्माइलिंग डिप्रेशन से ग्रसित व्यक्तियों को जल्द ही थकान महसूस होने लगती हैं, सिरदर्द और शरीर दर्द रहता हैं साथ ही किसी काम को करने में उनका इंटरेस्ट भी खत्म होने लगता हैं।
इस प्रकार का डिप्रेशन बेहद ही खतरनाक होता हैं। इसके चपेट में आने वाला व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हैं और व्यक्ति खुदकुशी तक करने की सोचने लगता हैं।
किसी भी प्रकार के डिप्रेशन से उबरने का सबसे सही तरीका हैं अपनों से अपनी परिस्थितियों के बारे में बात करना। इसके अलावा आप मानसिक रोगों के चिकित्सक(psychiatrist) से भी बात कर सकते हैं।