हिंदू धर्म में दक्षिणमुखी दिशा में घर होना शुभ नहीं माना जाता हैं। ऐसे में अगर आप का घर दक्षिणमुखी दिशा में हैं तो इन उपायों को जरूर अपनाएं।
ऐसा माना जाता हैं कि अगर घर दक्षिणमुखी दिशा में हैं तो यह घर के मुखिया के लिए अच्छा नहीं होता हैं और उसे आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं।
घर अगर दक्षिणमुखी दिशा में हो तो चारदीवारी में दक्षिण दिशा की दीवार, उत्तर और पूर्व की दिशा से ऊंची और मोटी होनी चाहिए।
घर में दक्षिण दिशा की दीवारों का मोटा होना देखने में भले ही अटपटा सा लगें लेकिन इन तरकीबो से घर के मुखिया की सेहत सही रहती है और घर का वास्तु दोष भी दूर रहता हैं।
अगर दक्षिण मुखी दिशा में घर हैं तो उसमें बगीचा जरूर होना चाहिए। इससे वास्तु दोष कम होता हैं। बगीचे को ऐसे घरों में दक्षिण पूर्व या दक्षिण दिशा में ही बनाना चाहिए।
दक्षिणमुखी दिशा में बने घर में रंग कराते हुए ध्यान रखें कि आप उसमें लाल या नारंगी कलर का ही पेंट करवाएं। इससे घर का वास्तु दोष दूर होता हैं।
दक्षिण पश्चिम कोने में किचन नहीं बनाना चाहिए, साथ ही इस तरफ बगीचा भी नहीं होना चाहिए। दक्षिण दिशा में पार्किंग रखने से भी आपको बचना चाहिए।
इन उपायों का पालन करने से आप दक्षिण मुखी दिशा में घर होने से पनपने वाले वास्तु दोष से बच सकते हैं। निम्नलिखित जानकारी मान्यताओं पर आधारित हैं, हम इसकी पुष्टि नहीं करते।