घर की दहलीज की पूजा करने को लेकर काफी कुछ बताया गया है। आइए जानते है घर की दहलीज की पूजा करने से जुड़ी खास बातों के बारे में।
हिंदू धर्म में परंपरा और रीति रिवाजों को खास तवज्जो दी जाती है। पूजा-पाठ करने को लेकर भी कई सारे नियम बताए गए है। घर का मुख्य स्थान बेहद खास माना जाता है।
देहरी घर का मुख्य स्थान होता है, घर बनवाते समय मुख्य द्वार पर देहरी जरूर बनवानी चाहिए। घर में आने वाली यह सभी नकारात्मकताओं को समाप्त करती है।
प्रतिदिन घर की चौखट की नियम के अनुसार करनी चाहिए। अगर रोजाना देहरी की पूजा करने का समय नहीं है तो कम से कम हफ्ते में एक बार दहलीज की पूजा जरूर करें।
राहु का दुष्प्रभाव कम करने के लिए भी चौखट की पूजा करनी चाहिए। घर के इस स्थान पर राहु का वास होता है। ऐसे में घर की दहलीज की पूजा करने से घर में खुशहाली रहती है।
मान्यताओं के अनुसार, दहलीज की रोजाना साफ-सफाई करने और गंगा जल को छिड़काव करें। इसके बाद घर की दहलीज को रंगोली और फूलों से सजाएं।
कुमकुम का तिलक लगाए और उसके समक्ष घी या तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए दीया जलाने के बाद मां लक्ष्मी से प्रार्थना करें।
घर की दहलीज की पूजा करने से घर में धन की देवी मां लक्ष्मी का आगमन होता है। साथ ही, घर में सुख-समृद्धि और जीवन खुशियों से भरा हुआ रहता है।
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