पत्थरचट्टा एक औषधीय पौधा है, जो कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इससे मूत्र विकार और किडनी संबंधित कई समस्याएं दूर हो जाती हैं।
पत्थरचट्टा पेट से विषैले पदार्थों को बाहर निकाल फेंकने में सहायक होता है। यह औषधि किडनी से पथरी निकालने की सबसे कारगर जड़ी-बूटी होती है।
शरीर पर फोड़े होने पर पत्थरचट्टा के उपयोग से फोड़े बहुत जल्दी दूर हो जाते हैं। इसके लेप को फोड़े वाले स्थान पर लगाएं। सूजन और जलन दूर हो जाते हैं।
ल्यूकेमिया, जिसे ब्लड कैंसर भी कहते हैं। इससे बचाव करने में भी पत्थरचट्टा काफी उपयोगी औषधि है।
महिलाओं में ज्यादातर योनि में संक्रमण की समस्या देखी जाती है। इसके लिए पत्थरचट्टा के पत्ते का काढ़ा तैयार कर लें। दिन में दो बार सेवन करें
उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए भी पत्थरचट्टा फायदेमंद औषधि है। हाई बीपी के रोगियों को रोजाना पत्थरचट्टा के पत्तियों का 5-10 बूंद अर्क लेना चाहिए।