मंगल ग्रह कुंडली में एक बेहद शक्तिशाली ग्रह माना जाता है। आइए जानते हैं कैसे मंगल ग्रह को मजबूत होने पर जीवन खुशियों से भर जाता है?
मंगल ग्रह को योद्धा ग्रह का दर्जा प्राप्त है। इस ग्रह को स्वभाव से गतिशील माना जाता है और इसे ऊर्जा और आवेश का चिन्ह भी कहा जाता है।
मंगल ग्रह स्वभाव से मेष राशि और वृश्चिक राशि का स्वामी होता है। ऐसे में कुंडली में अगर मंगल ग्रह मजबूत हो तो व्यक्ति स्वभाव से हिम्मती और निडर होता है।
मंगल अगर कुंडली में अशुभ स्थिति में मौजूद हो तो व्यक्ति को अपने जीवन के समस्त क्षेत्रों में अलग-अलग प्रकार की कठिनाइयों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अगर मंगल ग्रह कुंडली में मजबूत स्थिति में हो तो कई लाभ मिलते है। कुंडली में यह ग्रह मजबूत होने पर कठिन से कठिन निर्णय आसानी से लेने का सामर्थ आता हैं। ऐसे लोग हर परिस्थिति का बेहद मजबूती से मुकाबला करते हैं।
अगर कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत न हो तो संकट मोचन हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। हनुमान जी की पूजा करने से जीवन में हर कार्य मंगल होता है।
21 मंगलवार का व्रत रखने से मंगल ग्रह मजबूत होता है। अगर संभव हो तो आप 45 दिन का मंगलवार का व्रत भी रख सकते हैं। इस उपाय से भी मंगल ग्रह मजबूत होता है।
कुंडली में मंगल दोष होने पर शादी में बाधाएं होती है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता हैं, उन्हें पूरे जीवन संघर्ष करना पड़ सकता है। स्टोरी में लिखी बातें मान्यताओं पर आधारित हैं।