30 अगस्त 2023 की रात को आसमान में एक खगोलीय घटना दिखने वाली है। आइए जानते हैं सावन पूर्णिमा पर कहां और कैसे दिखेंगे चंदा मामा?
महीने में पूर्णिमा तिथि आमतौर पर सिर्फ एक बार पड़ती है। लेकिन जब एक ही महीने में दो पूर्णिमा दिखाई दें तो उसे ब्लू मून कहते है।
पूर्णिमा तिथि 29.5 दिन बाद आती हैं। साल में 12 महीने होते है, लेकिन 354 दिनों में ही 12 पूर्णिमा पूरी हो जाती है। ऐसे में 13वां पूर्णिमा लगभग 2.5 सालों बाद दिखता है।
जिस साल 13वां चंद्रमा दिखाई देता है। वह 13वां चंद्रमा वाला साल ही ब्लू मूनी या सुपर ब्लू मून होता हैं। यह सुपरमून औसत बाकी सुपरमून से 16 फीसदी अधिक चमकदार होता है।
धरती का चंद्रमा जब चक्कर लगाता हैं, तो इस दौरान धरती से इसकी दूरी ज्यादा और कम होती रहती है। पूर्णिमा के समय जब चांद धरती के करीब आता हैं तो यह सुपरमून कहलाता है।
धरती का चंद्रमा जब चक्कर लगाता हैं, तो इस दौरान धरती से इसकी दूरी ज्यादा और कम होती रहती है। पूर्णिमा के समय जब चांद धरती के करीब आता हैं तो यह सुपरमून कहलाता है।
30 अगस्त 2023 को 8 बजकर 37 मिनट पर सुपरमून अपने सबसे ज्यादा चमक पर पहुंचेगा। ब्लू सुपरमून का दिखना बेहद दुर्लभ होता है।
बुधवार को 30 अगस्त को रात 9 बजकर 36 मिनट पर सूर्य के विपरीत होगा। गुरुवार को सूरज उगने से ठीक पहले 4.45 के आसपास ब्लूमून अस्त हो जाएगा।