ग्रहों के राजा सूर्य का राशि परिवर्तन काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका सीधा प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ने लगता है।
बता दें कि इस समय सूर्य गुरु की राशि धनु में विराजमान हैं। वहीं दूसरी ओर देवताओं के गुरु बृहस्पति अपनी स्वराशि मेष में स्थित हैं।
ऐसे में सूर्य और गुरु त्रिकोण अवस्था में हैं जिसके कारण नवपंचम राजयोग का निर्माण होने जा रहा है। बता दें कि ऐसा 12 साल बाद होने वाला है।
बता दें कि इस अद्भुत राजयोग के बाद कुछ राशियों को विशेष लाभ मिलने वाला है। आइए उन राशियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
इस राशि में गुरु पहले भाव में वहीं सूर्य नौवें भाव में विराजमान हैं। ऐसे में नवपंचम राजयोग इस राशि के जातकों के लिए काफी शुभ हो सकता है।
इस राशि में गुरु पहले भाव में वहीं सूर्य नौवें भाव में विराजमान हैं। ऐसे में नवपंचम राजयोग इस राशि के जातकों के लिए काफी शुभ हो सकता है।
कर्क राशि के जातकों के लिए भी यह योग लाभकारी सिद्ध हो सकता है। लंबे समय से रुके हुए सारे कार्य आपके पूरे हो सकते हैं।
वृश्चिक राशि के लिए दोनों ग्रहों का नवपंचम राजयोग लाभदायक हो सकता है। परिवार के साथ यादगार पल बिता सकते हैं। इसके साथ माता पिता का सहयोग मिलेगा।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।