काम के दबाव और खराब लाइफस्टाइल की वजह से ज्यादातर लोग एंग्जाइटी की समस्या का सामना करते नजर आते हैं।
एंग्जाइटी का बुरा असर मेंटल हेल्थ पर तो पड़ता ही है। इतना ही नहीं, इसका बुरा असर आपकी मेंटल हेल्थ पर भी पड़ सकता है।
सवाल खड़ा होता है कि एंग्जाइटी की पहचान कैसे करें। दरअसल, ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं चलता है कि वह इस समस्या की गिरफ्त में कब आए हैं।
एंग्जाइटी का सबसे बड़ा लक्षण होता है कि आप ज्यादा लोगों से नहीं मिलते हैं। यदि आपको भी यह परेशानी है तो आप एंग्जाइटी के शिकार हो सकते हैं।
छोटी-छोटी बातों पर जरूरत से ज्यादा सोचना एंग्जाइटी की ओर इशारा करता है। अगर आप ओवरथिंकिंग करते हैं तो इससे बचने की कोशिश करें।
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि एंग्जाइटी का एक लक्षण नकारात्मक सोचने की आदत भी है। हमेशा नेगेटिव सोचने वाले एंग्जाइटी की चपेट में जल्दी आते हैं।
जो लोग छोटी-छोटी बातों पर इरिटेट हो जाते हैं, उन्हें भी एंग्जाइटी की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए आपको मेडिटेशन की मदद लेनी चाहिए।
यहां दी गई जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से दी गई है। इस पर अमल करने से पहले आपको डॉक्टर या एक्सपर्ट्स से संपर्क करना चाहिए।
यहां हमने जाना कि एंग्जाइटी की पहचान कैसी करनी चाहिए। ऐसी ही अन्य हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ