सबसे पहले जान लेते हैं कि मेटाबॉलिज्म क्या है। दरअसल, यह प्रक्रियाओं की एक श्रृंखला है, जो तय करती है कि आपका शरीर ऊर्जा का निर्माण और इस्तेमाल कैसे करता है।
शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो या कम होने पर कई लक्षण नजर आते हैं। आइए फिर इन लक्षणों की बात थोड़ी विस्तार से कर लेते हैं।
मेटाबॉलिज्म कम होने पर कब्ज की समस्या होती है। यदि आपको हद से ज्यादा पेट में गड़बड़ी महसूस हो रही है तो यह मेटाबॉलिज्म के स्लो होने का लक्षण है।
शरीर में हमेशा थकान रहने की वजह से भी मेटाबॉलिज्म कम होने लगता है। इससे बचने का तरीका है कि हेल्दी आहार का सेवन करें।
मेटाबॉलिज्म कम होने की वजह से वजन घटाना मुश्किल हो जाता है। यदि आप तमाम कोशिश करने के बाद भी वेट लॉस नहीं कर पा रहे हैं तो यह स्लो मेटाबॉलिज्म का लक्षण है।
यदि आपके शरीर का तापमान हद से ज्यादा कम हो जाता है तो समझ जाए कि यह मेटाबॉलिज्म के कम होने का एक अहम लक्षण है।
बता दें कि पल्स रेट कम होने पर हार्ट से संबंधित बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, मेटाबॉलिज्म स्लो होने की वजह से भी पल्स रेट कम हो जाती है।
मेटाबॉलिज्म कम या स्लो होने की वजह से व्यक्ति का मीठी चीजें खाने का मन करता है। यदि आपको मीठे की लालसा हो रही है तो समझ लें कि यह मेटाबॉलिज्म कम होने का संकेत है।
मेटॉबालिज्म कम होने पर शरीर में कई अहम लक्षण नजर आते हैं। ऐसी ही अन्य हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ