हमारे किचन में मौजूद तेजपत्ता न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि यह सेहत के लिए भी किसी औषधि से कम नहीं है। आयुर्वेद में तेजपत्ता के ऐसे कई फायदे बताए गए हैं, जिसे आप शायद ही जानते हो।
तेजपत्ता में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं। आज हम इस लेख में जानेंगे कि तेजपत्ता को डाइट में शामिल करने से क्या लाभ होते हैं और इसका सेवन कैसे करें?
तेजपत्ता के सेवन से शुगर को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। इसके सेवन से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को फायदा होता है।
तेजपत्ता में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। यह शरीर को इन्फेक्शन और वायरल बीमारियों से बचाने में मदद मिलती है।
तेजपत्ता कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करता है और ब्लड प्रेशर को ठीक रखता है। इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखते हैं।
तेजपत्ता की भाप लेने से सर्दी-जुकाम, खांसी और कफ में राहत मिलती है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं।
आप इसे चाय के साथ लें सकते हैं। इसके लिए चाय बनाते समय उसमें 1-2 तेजपत्ता डाल दें। आप चाहें तो तेजपत्ते को पानी में उबालकर भी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके लिए 1-2 तेजपत्तों को पानी में उबालकर पी सकते हैं।
सेहत के लिए औषधि से कम नहीं है किचन का यह पत्ता। इसी तरह की लाइफस्टाइल से जुड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com