अनुवांशिक भी हो सकता है थैलेसीमिया, ऐसे करें बचाव


By Sandeep Chourey2023-05-08, 10:57 ISTnaidunia.com

थैलेसीमिया एक अनुवांशिक रोग

थैलेसीमिया एक आनुवंशिक रक्त विकार है, जिसके कारण शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल असामान्य हो जाता है। मरीज के शरीर में खून की कमी रहती है।

एनीमिया का शिकार

शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण मरीज एनीमिया का शिकार हो जाता है। थैलेसीमिया भी दो प्रकार का होता है।

थैलेसीमिया होने का कारण

थैलेसीमिया उन माता-पिता से विरासत में मिला है, जो उत्परिवर्तित जीन को ले जाते हैं। यदि माता-पिता दोनों में जीन है, तो उनके बच्चे को थैलेसीमिया होने का खतरा रहता है।

थैलेसीमिया के प्रमुख लक्षण

थैलेसीमिया होने पर मरीज को थकान और कमजोरी, पीली त्वचा, धीमी वृद्धि, खून की कमी जैसे प्रमुख लक्षण दिखाई देते हैं। इन संकेतों के बाद तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

गंभीर थैलेसीमिया

गंभीर रूप से थैलेसीमिया होने पर नियमित ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती है। थकान से निपटने के लिए हेल्दी फ़ूड और नियमित एक्सरसाइज करना चाहिए।

ये है उपचार

स्टेम सेल या बोन मैरो ट्रांसप्लांट ही थैलेसीमिया का एकमात्र इलाज है। बोन मैरो में स्टेम कोशिकाएं उत्पन्न होती हैं, जिसके जरिए इसका इलाज संभव है।

वर्ल्ड थैलेसीमिया डे

हर साल 8 मई को विश्व थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है और लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक किया जाता है।

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