दाल में कई जरूरी एमीनो एसिड होते हैं। शरीर को ऊतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए अमीनो एसिड की आवश्यकता होती है।
दालों में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और कब्ज की परेशानी दूर करता है।
दालों में स्वाभाविक रूप से कम फैट होता है। इसलिए जो लोग फैट का कम सेवन करना चाहते हैं उनके लिए दाल एक बढ़िया ऑप्शन है।
दालों में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। ये हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। इनमे पोटेशियम, मैग्नीशियम और फोलेट होता है।
दालों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है। दाल डायबिटीज मरीजों के लिए एक बेहतरीन खाद्य पदार्थ है।
दाल मे प्रोटीन और फाइबर ज्यादा होता है। इसके खाने से पेट भरा हुआ महसूस हो सकता है और भूख खत्म हो सकती है। इसलिए वजन नियंत्रित कर सकते हैं।
दलहन को अन्य फसलों की तुलना में कम पानी और उर्वरक की आवश्यकता होती है। इसलिए दालें मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार कर ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करती हैं।