हस्त रेखा शास्त्र में व्यक्ति की हथेली की त्वचा का विशेष महत्व है। त्वचा का प्रकार व्यक्ति के चरित्र व भाग्य के बारे में पता किया जा सकता है।
मान्यता है कि हथेली की त्वचा व्यक्ति की संवेदनशीलता, व्यवहार व पसंद-नापसंद को व्यक्त करती है।
यदि किसी व्यक्ति का हाथ ठंडा, कठोर, भारी और खुरदरा है तो वह आदिम संवेगों का प्रतीक है। वह खरी भाषा बोलने वाला होता है।
यदि किसी व्यक्ति के हथेली की त्वचा लचीली व नर्म है तो ऐसे लोग आत्मकेंद्रित व कमजोर इरादे वाले होते हैं।
ऐसी त्वचा जो ना तो बहुत कठोर और ना बहुत नर्म हो, वह मध्यम त्वचा होती है। ऐसे व्यक्ति काफी कल्पनाशील होते हैं।
जिस हथेली की त्वचा में एक लचक होती है, वह आदर्श त्वचा होती है। वे स्वभाव से स्वच्छ और विवेक से निर्णय लेने वाले होते हैं।