रोजाना साइकिल चलाने से सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। इससे बढ़ते वजन को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। साइकिल चलाने से कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है।
एक शोध में दावा किया गया है कि लगातार छह महीने तक रोजाना साइकिल चलाने से बढ़ते वजन को 12 फीसद कम किया जा सकता है। इसके लिए रोजाना साइकिलिंग करें।
डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए साइकिलिंग का सहारा ले सकते हैं। रोजाना 45 मिनट तक साइकिल चलाने से शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
साइकिलिंग से स्ट्रेस रिलीज होता है। अगर आप तनाव भरी जिंदगी जीने के आदी हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो रोजाना साइकिलिंग का सहारा ले सकते हैं।
साइकिलिंग के दौरान दिल की धड़कन तेज हो जाती है, जो एक तरह से दिल के स्वास्थ्य के लिए एक्सरसाइज हो सकती है। इससे दिल भी स्वस्थ रहता है।
साइकिलिंग के दौरान पैरों की मदद से पैडलिंग की जाती है। इस दौरान पैर ऊपर से नीचे की तरफ एक सर्कल में गतिविधि करते हैं। इससे मांसपेशियां मजबूत हो सकती हैं।
ऑस्टियोअर्थराइटिस (जोड़ों में सूजन) के लक्षण कम करने और इसकी रोकथाम करने में साइकिल चलाने के फायदे हासिल किए जा सकते हैं।