ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि व्यक्ति को कुछ जगहों पर चुप रहने की जरूरत होती है। यदि आप उस समय मौन नहीं रहते हैं तो आपको बाद में पछतावा होगा।
जब किसी बारे में पुरी जानकारी न हो तो उस समय चुप रहना बेहतर होता है। दरअसल, जानकारी के अभाव में व्यक्ति गलत टिप्पणी भी कर सकता है।
भावनाओं में बहकर इंसान अपने सभी राज खोल सकता है। इतना ही नहीं, इस समय व्यक्ति किसी चीज के बारे में सोचने की स्थिति में नहीं होता है। ऐसे में चुप रहना ही बेहतर विकल्प है।
क्रोध में व्यक्ति किसी को भी कुछ कह सकता है। यही कारण है कि गुस्से के समय इंसान को चुप रहने की कोशिश करनी चाहिए।
जब आपको लगे कि आप किसी के बारे में उस गलत बोल सकते हैं तो उस समय आपको चुप रहना चाहिए। वरना बाद में आपको इस बात का पछतावा होगा।
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि विनम्रता के लिए भी व्यक्ति को चुप रहना चाहिए। इसका मतलब है कि जब आपको लगे कि आपके कुछ कहने से विनम्रता खत्म हो जाएगी तो आप चुप रहें।
गलत जगह पर बोलने का पछतावा आपको बाद में हो सकता है। इतना ही नहीं, ऐसा करने से लोगों के साथ आपके संबंध भी खराब हो सकते हैं।
यहां दी गई जानकारी ज्योतिषाचार्यों की सलाह पर आधारित है। इसके जरिए हमारी तरफ से किसी तरह का कोई दावा नहीं किया जा रहा है।
व्यक्ति को कुछ जगहों पर चुप रहना चाहिए। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ