भगवत गीता में श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेशों में कई ऐसी बातों का वर्णन हैं जो आपकी जिंदगी में भी बदलाव ला सकता है। आइए जानते हैं सफलता के लिए जरूरी उस चीज के बारे में।
गीता सिर्फ एक धार्मिक पुस्तक नहीं बल्कि ज्ञान का सागर है। इसे पढ़ने से आपको ज्ञान के साथ-साथ एक अच्छा जीवन जीने की प्रेरणा भी मिलती है।
भगवत गीता महाभारत के युद्ध के दौरान अर्जुन और श्रीकृष्ण के बीच हुए संवाद पर लिखी गई है। श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच का संवाद आपको गहराई से प्रभावित कर सकता है।
श्रीकृष्ण के मुताबिक मन पर नियंत्रण रखना बेहद जरूरी होता है। जीवन के किसी भी पड़ाव पर कोई भी कार्य करते हुए मन नियंत्रित रखना अति आवश्यक होता है। तभी आपको सफलता मिल सकती है।
क्रोध आपकी बुद्धि का नाश करता है, ऐसे में अपने मन को शांत रखने का प्रयास करें। कई बार बने काम भी क्रोध की वजह से बिगड़ जाते है।
गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि कभी भी कर्म पर संदेह नही करना चाहिए। सफलता प्राप्ति के लिए अपने कार्य को दृढ़ निश्चय और विश्वास के साथ बिना किसी संदेह पूरा करना चाहिए।
गीता में लिखा हैं कि कर्म करो और फल की चिंता मत करो। अतत: आपके कर्म ही यह निर्धारित करते हैं कि आप अपने कार्य में सफल होंगे या नहीं।
गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि किसी भी चीज के लिए संसार में जरूरत से ज्यादा लगाव नहीं रखना चाहिए। वरना लक्ष्य प्राप्ति में दुविधा होती है।