इंसान की आर्थिक और मानसिक स्थिति खराब होने के पीछे की सबसे मुख्य वजह वाणी होता है। वाणी दोष के कारण ही आय, सुख और उन्नति प्रभावित होती है।
हम आज आपको कुंडली में वाणी दोष क्यों होता है उसके बारे में बताने जा रहे हैं। इसके ठीक करने के कुछ उपायों के बारे में आपको बताएंगे।
पाप ग्रहों का वाणी दोष के लिए जिम्मेदार माना जाता है। ग्रहों के राजकुमार बुध और ग्रहों के गुरु बृहस्पति की गड़बड़ी भी वाणी को खराब करती है।
वाणी को सबसे ज्यादा खराब करने का काम शनि और राहु का होता है। गुरु या शुक्र ग्रह इंसान की वाणी में मिठास भरने का काम करते हैं।
यदि वाणी दोष के कारण आपका जीवन समस्याओं से घिरा हुआ है और तरक्की रुक गई है तो कुछ विशेष उपाय आपके लिए लाभकारी हो सकते हैं।
आपको रोजाना सुबह और शाम को गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। खानपान को शुद्ध रखें। मांस, मदिरा, पान, लहसुन, प्याज यदि संभव हो तो परहेज करें।
हर महीने पर पूर्णिमा का उपवास जरूर रखें। किसी ज्योतिषविद् से सलाह लेकर अंगुली में पीला पुखराज या पन्ना रत्न धारण कर लें।
एकादशी या पूर्णिमा जैसी शुभ तिथियों पर सभी देवी देवताओं को गंगाजल से अभिषेक करें। गलत वाणी का प्रयोग होने पर राधे राधे या कृष्णा कृष्णा जपें।