हिंदू विवाह के दौरान कई तरह के रीति-रिवाज होते हैं, जिन्हें विधि-विधान के साथ निभाया जाता है। हल्दी, मेहंदी से लेकर 7 फेरे लेने तक की रस्में होती है।
शास्त्रों के अनुसार शादी से लेकर हर शुभ और मांगलिक काम में पत्नी को अपने पति के बाएं ओर ही बैठना होता है। जानें क्या है इसका कारण
हिंदू धर्म में पत्नी को 'वामांगी' कहा गया है। जिसका मतलब है कि बाएं अंग का अधिकारी। भगवान शिव के बाएं अंग से स्त्री की उत्पत्ति हुई थी।
एक अन्य मान्यता है कि बाएं हाथ को प्रेम और सौहार्द का प्रतीक माना जाता है। इसलिए दुल्हन को बाईं ओर बैठाया जाता है।
वहीं मां लक्ष्मी भी हमेशा भगवान विष्णु के बाएं ओर ही बैठती हैं। इसी तरह दुल्हन को मां लक्ष्मी और दूल्हे को विष्णु जी का स्वरूप माना जाता है।