हिंदू धर्म में बच्चे के जन्म के कुछ दिनों बाद ही उसके हाथों और पैरों में चांदी से बने गहने पहनाते हैं। जानिए बच्चों को चांदी पहनना क्यों फायदेमंद होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चांदी को चंद्रमा की धातु माना जाता है। साथ ही यह मन का भी प्रतीक होती है। यह धातु शरीर को हमेशा ऊर्जावान बनाकर रखती है।
चांदी एक कीटाणु नाशक धातु भी मानी जाती है। चांदी में रोगों से लड़ने की क्षमता होती है। चांदी बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है।
चांदी पहनने से बच्चे के मानसिक विकास में कोई कमी नहीं रहती। चांदी को मन का कारक माना जाता है, इसलिए चांदी पहनाने से मानसिक विकास अच्छी तरह से होता है।
चांदी धातु का मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इन्हीं सब कारणों के चलते बच्चों को चांदी के कड़े और पायल पहनाई जाती है।