कपूर एक तेज गंध वाला स्वच्छ पदार्थ है जिसका स्वाद तीखा होता है। आमतौर पर इसका उपयोग पूजा के दौरान दीपक जलाने के लिए किया जाता है।
कपूर एक नेचुरल कीटनाशक है। इसकी मदद से बवासीर के लक्षण को भी कम किया जा सकता है। खांसी, कफ, अपच आदि कई समस्याओं में यह चमत्कारी लाभ देता है।
कपूर में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो सूजन को दूर करता है। इसका ठंड गर्म स्वभाव सूजन को जड़ से खत्म करने में असरदार है। बवासीर में गुदा की नसों में सूजन होने पर यह बेस्ट उपाय है।
बवासीर होने पर गुदा में असहनीय जलन होती है। ऐसा लगता है कि किसी ने होंठ पर मिर्च रगड़ दिया हो। कपूर का पेस्ट तैयार करके, उसका लेप लगाने से आराम मिलता है।
कपूर में हीलिंग के गुण मौजूद होते हैं जो क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को पुनः सामान्य कर देते हैं। बवासीर में ग्रस्त कोशिकाओं को यह ठंडक देता है।
कपूर में मौजूद एंटी इचिंग के गुण बवासीर की खुजली को दूर करता है। यह खुजली को दूर करके स्किन इरिटेशन से भी छुटकारा दिलाता है।
कपूर के तेल को बवासीर के मस्सों पर दिन में तीन से चार बार लगाएं। कपूर और नारियल तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर लगाने से जलन, सूजन, खुजली दूर होती है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य जानकारी पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।