दही में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया आंतों को हेल्दी रखने के साथ-साथ बैड बैक्टीरिया से लड़ने का काम करते हैं। ये बैक्टीरिया दस्त की वजह बनने वाले कीटाणुओं को खत्म करते हैं।
लूज मोशन होने पर शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए नमक-चीनी का घोल काफी कारगर साबित होता है। गुनगुने पानी में चीनी और नमक की बराबर मात्रा मिलाएं और पी लें।
लूज मोशन पर कंट्रोल करने में जीरा पानी पीने से सबसे जल्दी लाभ मिलता है। एक लीटर पानी में एक चम्मच जीरा डालकर अच्छे से उबाल लें। ठंडा होने पर इसे पिएं।
केले में मौजूद पोटैशियम इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को मेन्टेन करने का काम करता है। लूज मोशन होने पर शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को केले के सेवन से दूर कर सकते हैं।
नारियल पानी में पोटैशियम के साथ ही सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स मौजूद होते हैं, जो दस्त की वजह से शरीर में होने वाली पानी की कमी को बैलेंस करते हैं।
आयुर्वेद में अदरक का सेवन पेट की कई समस्याओं के साथ ही लूज मोशन से राहत पाने के लिए भी किया जाता रहा है। अदरक में एंटीबैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं।
दिन में दो से तीन बार नींबू पानी का सेवन करने से दस्त की समस्या से जल्द छुटकारा मिल सकता है, क्योंकि नींबू के रस से आंतों की सफाई हो जाती है।