प्रेम की भावना को लेकर सभी का अपना एक अलग नजरिया होता है। मशहूर कथावाचक जया किशोरी ने भी प्यार को लेकर अपने विचार बताए हैं।
श्री कृष्ण की भक्ति करने वाली जया किशोरी किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। कथा सुनाने के साथ ही, जया ज्यादातर विषयों पर बात भी करती हैं।
सोशल मीडिया पर जया किशोरी के मोटीवेशनल कोट्स जमकर वायरल होते हैं। इनमें कुछ कोट्स प्यार के अर्थ से जुड़े भी होते हैं।
जया किशोरी का कहना है कि प्यार करना काफी नहीं है। प्यार करने वालों को कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है।
जया किशोरी के मुताबिक, प्यार निस्वार्थ होता है। वही प्यार सच्चा होता है, जिसमें जबरदस्ती या जबरन पाने की जिद की जरूरत नहीं पड़ती है।
कथावाचक जया किशोरी ने मोटीवेशनल कोट्स में बताया कि प्यार की कोई वजह नहीं होती है। जिस प्यार में वजह होती है वह बेहद जल्दी खत्म हो जाता है।
आमतौर पर लोगों को लगता है कि प्यार एक भावना या फीलिंग है। हालांकि, यह एक अवस्था है, जिसमें दिल किसी के प्रति दया और सहानुभूति से भर जाता है।
जया किशोरी का यह भी मानना है कि प्यार का अर्थ केवल पाना नहीं होता है। सच्चे प्यार में किसी के साथ खुशी-खुशी रहना भी जरूरी होता है।
प्यार को लेकर जया किशोरी का पक्ष हमने जाना। इस तरह की अन्य रोचक जानकारी को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ