सनातन धर्म में तुलसी के पौधे का महत्त्व काफी ज्यादा होता है। तुलसी के पत्तों का उपयोग शुभ कार्यों में किया जाता है।
तुलसी को धन की देवी लक्ष्मी का प्रतिक माना जाता है। ऐसे में योगिनी एकादशी के दिन में इसके प्रयोग से कई चमत्कारी लाभ मिलते हैं।
घर के अंदर तुलसी का पौधा ईशान कोण में लगाना चाहिए। ईशान कोण को शुभ माना जाता है जहां से सकारात्मक ऊर्जा आती हैं।
आषाढ़ अमावस्या में गुरुवार के दिन तुलसी में कच्चा दूध अर्पित करना चाहिए। इससे घर की आर्थिक स्थिति में सुधार होती है।
आषाढ़ अमावस्या में तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख-शांति आती है।
यदि आपके घर में कोई बीमार है उस दिन शाम को तुलसी की पूजा करें और परिक्रमा करना न भूलें। ऐसा करने से आप अभी रोगों से मुक्त हो जाएंगे।
आषाढ़ अमावस्या के दिन में तुलसी के पौधों का अपमान न करें, वहां साफ सुथरा का ध्यान रखें और गंदे हाथों से स्पर्श न करें।
हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि तुलसी के आसपास कोई कांटेदार पौधा न हो और दिन देखकर तुलसी के पत्तों को तोड़ें।