हिंदू धर्म में नीम का पेड़ का खास महत्व होता है। आइए जानते है नीम के पेड़ पर कलावा बांधने से क्या लाभ मिलता है?
नीम का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता और इसमें मां दुर्गा का वास माना जाता है। दक्षिण भारत में मां दुर्गा को पूजने के लिए नीम के पत्तें का प्रयोग भी किया जाता है।
नीम का पौधा एक पूजनीय वृक्ष होता है। मान्यता अनुसार, नीम के पेड़ में शीतला देवी का भी वास होता है। इस पेड़ का संबंध शनि और केतु से होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर में नीम का पेड़ लगाने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है। इस पेड़ की पूजा करने से ग्रहों को अनुकूल रखने में मदद मिलती है।
नीम के पेड़ को मंगलदेव भी माना जाता है। मंगलवार के दिन नीम की पूजा करें, शाम को जल चढ़ाएं और चमेली के तेल का दीपक जलाए।
नीम के पेड़ की सेवा करने से जीवन में हर कार्य मंगल होगा। साथ ही, नीम के पेड़ की पूजा से मंगल दोष भी दूर हो सकता है।
मंदिर में नीम के पेड़ पर कलावा बांधने से भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है। ठाकुरगंज स्थित मंदिर पूर्वी देवी बाघम्बरी सिद्धपीठ में स्थित नीम के पेड़ में कलावा बांधने से मनोकामना की पूर्ति होती है।
नीम के पेड़ को परिवार के सौभाग्य और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए लाभकारी माना जाता है। इसका उपयोग कई धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है। स्टोरी में लिखी बातें सिर्फ मान्यताओं पर आधारित है।
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