मर्यादा पुरुषोत्तम राम का जन्म इक्ष्वाकु कुल में हुआ था। धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि ज्यादातर बड़े महापुरुषों का जन्म उनके ही कुल में हुआ था।
वाल्मीकि रामायण में उल्लेख है कि भगवान राम का विवाह महज 13 वर्ष की आयु में हुआ था। वहीं, उस समय माता सीता की उम्र 6 वर्ष थीं।
राम ने लक्ष्मण को यह कहकर द्वारपाल नियुक्त किया था कि जब तक उनकी यम से बात हो रही है कोई अंदर नहीं आना चाहिए। इसका उल्लंघन होने पर उन्हें लक्ष्मण को मृत्युदंड का आदेश देना पड़ेगा।
धार्मिक ग्रंथों में भी इस बात का उल्लेख है कि प्रभु श्री राम भगवान विष्णु का सातवां अवतार हैं। वाल्मीकि रामायण में भी इस बात का जिक्र मिलता है।
हम सभी जानते हैं कि भगवान राम को माता सीता का वियोग सहना पड़ा था। हालांकि, ऐसा होने के पीछे का कारण एक श्राप था।
भगवान राम के 5 भाईयों के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन बेहद कम लोग जानते हैं कि उनकी एक बहन भी थी। श्रीराम की बहन का नाम शांता था।
भगवान राम ने सालों तक अयोध्या पर राज किया। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, ब्रह्मा जी के कहने पर राम ने जल में समाधि ले ली।
बेहद कम लोग जानते हैं कि भगवान राम ने रावण का वध करने के लिए एक साथ 30 बाण छोड़े थे। इनमें से 10 बाणों से रावण का सिर कटा, 19 बाणों से हाथ कटे और एक बाण रावण की नाभि में लगा।
अपने प्रभु श्रीराम से मुलाकात करने के लिए हनुमान जी ने ब्राह्मण का रूप धारण किया था। हालांकि, भगवान राम ने उन्हें पहचान लिया था।