ज्योतिष और वास्तु में राहु के कई नकारात्मक प्रभाव बताए गए हैं। इसके प्रभाव से परिवार की तरक्की रुक जाती है।
घर में राहु का दोष हो तो जीवन में कई अशुभ घटनाएं होने लगती हैं। राहु के अशुभ होने पर उसे शांत करने का प्रयास करना चाहिए।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार घर की छत पर पताका लगाने से राहु का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है और इसके दोष दूर होते हैं।
घर की छत कुंडली का बारहवां भाव कहलाती है। इस भाव से व्यक्ति के खर्च, आर्थिक नुकसान और धन हानि होती है।
अगर घर की छत पर पताका लगाया जाए तो बारहवें भाव से जुड़े दोष दूर होते हैं और राहु का प्रभाव कम होता है।
सनातन संस्कृति में घर के ऊपर ध्वज या पताका लगाने की परंपरा रही है। बता दें कि पताका त्रिकोणाकार होती है जबकि ध्वज चतुष्कोणीय होता है।
हिंदू परंपरा में भगवा ध्वज लगाने का महत्व है। भगवा, केसरिया या सिंदूरी रंग ऊर्जा, शौर्य और सात्विकता का प्रतीक माना जाता है।
देवस्थानों पर सिंदूरी रंग का ध्वज ही लगाया जाता है। किसी भी शुभ कार्य में ध्वज और पताका लगाना अच्छा माना जाता है।