इसमें घर की सभी दिशाओं के बारे में बताया गया है। वास्तु के नियमों का पालन करने से वास्तु दोष से बचा जा सकता है।
घर का मेन गेट मुख्य हिस्सा माना जाता है, क्योंकि घर में सकारात्मक ऊर्जा और देवी- देवताओं का वास यही से होता है।
घर का मुख्य गेट बनाते समय वास्तु के नियमों का ध्यान रखना चाहिए, वरना एक गलती आपको फकीर तक बना सकती है।
मुख्य द्वार का गेट एक पल्ले का शुभ नहीं माना जाता है, इसलिए मुख्य गेट पर दो पल्ले का दरवाजा लगाएं। एक पल्ले का दरवाजा आर्थिक समस्याएं पैदा कर सकता हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार मुख्य द्वार के दरवाजे का आकार बहुभुज या गोलकार नहीं होना चाहिए। इस तरह के दरवाजे ठीक नहीं माने जाते है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक अगर मुख्य गेट छोटा और पीछे का दरवाजा बड़ा होता है, तो वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।
अगर मुख्य गेट के सामने दूसरा दरवाजा बना है, तो इसके कारण भी घर में वास्तु दोष हो सकता है और परिवार के सदस्यों की परेशानियां बढ़ सकती हैं।
मेन गेट पर भूलकर भी गंदगी जमा न करें, वरना धन की देवी नाराज होकर घर में वास नहीं करेंगी। इनके नाराज से धन की हानि हो सकती है।